डॉ भीमराव अंबेडकर पुस्तकालय की स्थापना वर्ष 2001 में शिव बालक कोरी द्वारा अपने छात्र जीवन के संघर्षों के दौरान की गई। जिस प्रकार से बाबा साहब को पढ़ने के लिए छात्रवृत्ति की जरूरत को सयाजीराव गायकवाड़ ने पूरा किया उसी तर्ज पर तथा बाबा साहब के संघर्ष मयी जीवन से प्रेरणा लेकर प्रत्येक वर्ष पुस्तकालय द्वारा मार्च और दिसम्बर माह में गरीब व मेधावी अभ्यर्थियों के लिए एक परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिसमें स्थान प्राप्त करने वाले किसी भी वर्ग के छात्रों को अपने निजी खर्च से पुरस्कार वितरित किया जाता है।